Tuesday, July 28, 2020

Dr.A.P.J.ABDUL KALAM.

 A tribute to Dr.A.P.J.Abdul Kalam on his 5th death anniversary.Books related to Dr.A.P.J.ABDUL KALAM.
Books written by Dr A P J Abdul Kalam

Friday, July 24, 2020

KARGIL VIJAY DIWAS QUIZ

Kargil Vijay Diwas Quiz

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कारगिल विजय दिवस:-


शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले

उरूजे कामयाबी पर कभी हिन्दोस्ताँ होगा,
रिहा सैयाद के हाथों से अपना आशियाँ होगा|

चखाएँगे मज़ा बर्बादिए गुलशन के गुलचीं को,
बहार आ जाएगी उस दम जब अपना बाग़बाँ होगा|

ये आए दिन की छेड़ अच्छी नहीं ऐ ख़ंजरे क़ातिल,
पता कब फ़ैसला उनके हमारे दरमियाँ होगा|

जुदा मत हो मेरे पहलू से ऐ दर्दे वतन हरगिज़,
न जाने बाद मुर्दन मैं कहाँ औ तू कहाँ होगा|

वतन की आबरू का पास देखें कौन करता है,
सुना है आज मक़तल में हमारा इम्तिहाँ होगा|

शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले,
वतन पर मरनेवालों का यही बाक़ी निशाँ होगा|

कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज देखेंगे,
जब अपनी ही ज़मीं होगी और अपना आसमाँ होगा|

रचनाकाल : 1916
जगदंबा प्रसाद मिश्र ‘हितैषी’


19th anniversary of Kargil Vijay Diwas being celebrated | The Dispatch

भारत ने 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध (Kargil War) में विजय हासिल की थी| कारगिल युद्ध में भारत की जीत के बाद से हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है| यह दिन कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के सम्मान हेतु मनाया जाता है| 

कारगिल युद्ध, जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 में कश्मीर के कारगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है| कारगिल युद्ध (Kargil War) लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई को उसका अंत हुआ| भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर किया| 

यह युद्ध ऊंचाई वाले इलाके पर हुआ और दोनों देशों की सेनाओं को लड़ने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा| पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ सेना की ओर से की गई कार्रवाई में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए थे| इस लड़ाई में पाकिस्तान के करीब तीन हजार सैनिक मारे गए थे, मगर पाकिस्तान मानता है कि उसके करीब 357 सैनिक ही मारे गए थे| 

कारगिल युद्ध की पृष्ठभूमि : कारगिल युद्ध जो कारगिल संघर्ष के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में मई के महीने में कश्मीर के कारगिल जिले से प्रारंभ हुआ था।

इस युद्ध का कारण था बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिकों व पाक समर्थित आतंकवादियों का लाइन ऑफ कंट्रोल यानी भारत-पाकिस्तान की वास्तविक नियंत्रण रेखा के भीतर प्रवेश कर कई महत्वपूर्ण पहाड़ी चोटियों पर कब्जा कर लेह-लद्दाख को भारत से जोड़ने वाली सड़क का नियंत्रण हासिल कर सियाचिन-ग्लेशियर पर भारत की स्थिति को कमजोर कर हमारी राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा पैदा करना।

पूरे दो महीने से ज्यादा चले इस युद्ध में भारतीय थलसेना व वायुसेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल पार न करने के आदेश के बावजूद अपनी मातृभूमि में घुसे आक्रमणकारियों को मार भगाया था। स्वतंत्रता का अपना ही मूल्य होता है, जो वीरों के रक्त से चुकाया जाता है।

हिमालय से ऊँचा था साहस उनका : इस युद्ध में हमारे लगभग 527 से अधिक वीर योद्धा शहीद व 1300 से ज्यादा घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश अपने जीवन के 30 वसंत भी नही देख पाए थे। इन शहीदों ने भारतीय सेना की शौर्य व बलिदान की उस सर्वोच्च परम्परा का निर्वाह किया, जिसकी सौगन्ध हर सिपाही तिरंगे के समक्ष लेता है।

इन रणबाँकुरों ने भी अपने परिजनों से वापस लौटकर आने का वादा किया था, जो उन्होंने निभाया भी, मगर उनके आने का अन्दाज निराला था। वे लौटे, मगर लकड़ी के ताबूत में। उसी तिरंगे मे लिपटे हुए, जिसकी रक्षा की सौगन्ध उन्होंने उठाई थी। जिस राष्ट्रध्वज के आगे कभी उनका माथा सम्मान से झुका होता था, वही तिरंगा मातृभूमि के इन बलिदानी जाँबाजों से लिपटकर उनकी गौरव गाथा का बखान कर रहा था।

भारत के वीर सपूत :

कैप्टन विक्रम बत्रा: ‘ये दिल माँगे मोर’ - हिमाचलप्रदेश के छोटे से कस्बे पालमपुर के 13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स के कैप्टन विक्रम बत्रा उन बहादुरों में से एक हैं, जिन्होंने एक के बाद एक कई सामरिक महत्व की चोटियों पर भीषण लड़ाई के बाद फतह हासिल की थी। यहाँ तक कि पाकिस्तानी लड़ाकों ने भी उनकी बहादुरी को सलाम किया था और उन्हें ‘शेरशाह’ के नाम से नवाजा था। 

मोर्चे पर डटे इस बहादुर ने अकेले ही कई शत्रुओं को ढेर कर दिया। सामने से होती भीषण गोलीबारी में घायल होने के बावजूद उन्होंने अपनी डेल्टा टुकड़ी के साथ चोटी नं. 4875 पर हमला किया, मगर एक घायल साथी अधिकारी को युद्धक्षेत्र से निकालने के प्रयास में माँ भारती का लाड़ला विक्रम बत्रा 7 जुलाई की सुबह शहीद हो गया। अमर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को अपने अदम्य साहस व बलिदान के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैनिक पुरस्कार ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।

कैप्टन अनुज नायर : 17 जाट रेजिमेंट के बहादुर कैप्टन अनुज नायर टाइगर हिल्स सेक्टर की एक महत्वपूर्ण चोटी ‘वन पिंपल’ की लड़ाई में अपने 6 साथियों के शहीद होने के बाद भी मोर्चा सम्भाले रहे। गम्भीर रूप से घायल होने के बाद भी उन्होंने अकेले ही दुश्मनों से लोहा लिया, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय सेना इस सामरिक चोटी पर भी वापस कब्जा करने में सफल रही। इस वीरता के लिए कैप्टन अनुज को मरणोपरांत भारत के दूसरे सबसे बड़े सैनिक सम्मान ‘महावीर चक्र’ से नवाजा गया।

मेजर पद्मपाणि आचार्य : राजपूताना राइफल्स के मेजर पद्मपाणि आचार्य भी कारगिल में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए। उनके भाई भी द्रास सेक्टर में इस युद्ध में शामिल थे। उन्हें भी इस वीरता के लिए ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।

लेफ्टिनेंट मनोज पांडेय : 1/11 गोरखा राइफल्स के लेफ्टिनेंट मनोज पांडेय की बहादुरी की इबारत आज भी बटालिक सेक्टर के ‘जुबार टॉप’ पर लिखी है। अपनी गोरखा पलटन लेकर दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में ‘काली माता की जय’ के नारे के साथ उन्होंने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में लड़ते हुए मनोज पांडेय ने दुश्मनों के कई बंकर नष्ट कर दिए।

गम्भीर रूप से घायल होने के बावजूद मनोज अंतिम क्षण तक लड़ते रहे। भारतीय सेना की ‘साथी को पीछे ना छोडने की परम्परा’ का मरते दम तक पालन करने वाले मनोज पांडेय को उनके शौर्य व बलिदान के लिए मरणोपरांत ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।

कैप्टन सौरभ कालिया : भारतीय वायुसेना भी इस युद्ध में जौहर दिखाने में पीछे नहीं रही, टोलोलिंग की दुर्गम पहाडियों में छिपे घुसपैठियों पर हमला करते समय वायुसेना के कई बहादुर अधिकारी व अन्य रैंक भी इस लड़ाई में दुश्मन से लोहा लेते हुए शहीद हुए। सबसे पहले कुर्बानी देने वालों में से थे कैप्टन सौरभ कालिया और उनकी पैट्रोलिंग पार्टी के जवान। घोर यातनाओं के बाद भी कैप्टन कालिया ने कोई भी जानकारी दुश्मनों को नहीं दी।

स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा : स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा का विमान भी दुश्मन गोलीबारी का शिकार हुआ। अजय का लड़ाकू विमान दुश्मन की गोलीबारी में नष्ट हो गया, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और पैराशूट से उतरते समय भी शत्रुओं पर गोलीबारी जारी रखी और लड़ते-लड़ते शहीद हो गए।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता : इस युद्ध में पाकिस्तान द्वारा युद्धबंदी बनाए गए। वीरता और बलिदान की यह फेहरिस्त यहीं खत्म नहीं होती। भारतीय सेना के विभिन्न रैंकों के लगभग 30,000 अधिकारी व जवानों ने ऑपरेशन विजय में भाग लिया।

यह युद्ध हाल के ऊँचाई पर लड़े जाने वाले विश्व के प्रमुख युद्धों में से एक है। सबसे बड़ी बात यह रही कि दोनों ही देश परमाणु हथियारों से संपन्न हैं। पर कोई भी युद्ध हथियारों के बल पर नहीं लड़ा जाता है, युद्ध लड़े जाते हैं साहस, बलिदान, राष्ट्रप्रेम व कर्त्तव्य की भावना से और हमारे भारत में इन जज्बों से भरे युवाओं की कोई कमी नहीं है।

कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और जांबाजी का ऐसा उदाहरण है जिस पर हर देशवासी को गर्व होना चाहिए| मातृभूमि पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, मगर इनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा- हमेशा के लिए बसी रहेंगी|

जय हिन्द | 

Thursday, July 23, 2020

Message of Commissioner KVS for parents/students

KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN 

 18, Institutional Area, Shaheed Jeet Singh Marg, New Delhi-110016 (India) Tel.: 91-11-26512579, Fax: 91-11-26852680.
E-mail : kvs.commissioner@gmail.com, Website : www.kvsangathan.nic.in 

Sub: Message of Commissioner KVS for parents/students 

Madam/Sir, 

As you are aware, we are going through uncertain and unpredictable times at present due to the Covid-19 pandemic. It is heartening that our schools have geared up and are trying their best to ensure continuum in education. However, it is imperative that the interest of the students and parents in online education needs to be sustained and also their morale kept up in these testing times. 
Commissioner, KVS has a special personal message to be sent to each student and each parent of all the KVs in this regard. Copies of the two letters are enclosed for onward transmission to the students and parents. Parents of students of Primary Classes ( II to V) Students of Classes VI to XII 

Dear students 

We hope you and your family are safe and dealing with the current global pandemic in the best possible manner. Indeed the situation we find ourselves in is unprecedented and has posed before all unforeseen challenges. 

You cannot go out, get together with friends is ruled out, the schools are closed and at your age staying indoors and remaining confined within the four walls of your homes is surely not easy. However you must have realised the invincible power of the human spirit that readily adapts to any change and constantly innovates to make life better. 

Launching online classes is one such effort in the field of school education. It is heartening to note the smooth transition you have made to digital learning. It is expected that you keep yourself abreast with the changes CBSE has made in the syllabus. 

You must also be attuned to the alternate academic calendar, NCERT has designed for the students in order to help them tide through these critical times. Stay in touch with your teachers for guidance. Every student is accountable now for his studies and his academic progress. We are all there with you, literally just a phone call or an email away. All Kendriya Vidyalayas have an email id, solely dedicated to online counselling. You can reach out to us with any query you might have on academic transaction. 

"If you can't go out, go within." 

This is current age mantra. Practice yoga, take time out for meditation, read books that give you food for thought and connect with your inner self. Use this time to talk to your parents, grandparents and other relatives. You will be amazed to discover in them a profound wisdom and some lessons for life that no book can ever teach you. The triumph of humanity lies in transforming problems into opportunities. 

You are at the threshold of a global overhaul. The new developments happening around are opening up fresh avenues and newer opportunities. Grab them with both your hands and let your full potential be unleashed. Remember tough times don't last, tough people do.

Keep yourselves motivated, stay connected with one another through digital platform, make a schedule for studies that you must sincerely follow and channelise your mind in fruitful creative activities. 

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Dear parents 

We trust you and your family are safe and keeping good health. The Covid 19 pandemic has affected people all over the world in unthinkable ways. The education system has undergone a considerable change and online classes have been introduced in schools to ensure the academic progress of our children does in no way get hampered. We are happy at the enthusiastic response we have received from you and the effortless transition our children have made to this new digital system of teaching- learning process. The children at the primary level need extra care and personal attention. Both the teachers and the parents have a crucial role to play in orienting the children to this new style of learning. This calls for a pro active coordination between the teachers and the parents. 

Our teachers are well equipped to transact the content effectively in this stipulated time . We look forward to you playing a bigger role once the screen is turned off. Every Kendriya Vidyalaya has an email id, exclusively for online counselling. You can reach out to the teachers, discuss with them the lessons, get ideas on how to make learning joyous and how to organise activities that make learning both conceptual and fun. Let us have a stronger parent - teacher network in order to help our children learn effectively. 

You must be aware that NCERT has developed an alternative academic calendar for maintaining the continuity of learning. Let us explore this well researched document which aims at facilitating learning at home through innovative and interesting activities. 

Moreover, dear parents, you would agree that education is not merely confined to textbooks and syllabus. There is a wide gamut of wisdom waiting to be discovered by our children beyond the pages of their books. 


We are sure you would spend quality time with the precious little ones, talk to them about your experiences of life, narrate to them stories, indulge them in simple yogic exercises, inspire them to pursue their hobbies of drawing, painting, reading and singing,etc., listen to them with compassion and join them in their wild creative pursuits. We look forward to your co-operation in this regard. 

Stay safe, healthy and happy. 

Vipin Kumar, 
I.A.S. Commissioner  

Monday, July 13, 2020

Class XII result declared

It's a matter of immense pleasure that KVS has secured 98.62% Result in class XII exams of 2020. It's an all time high result in the history of KVS. It has been noted that KVS has been consistently  performing in an increasing order for last five years. 

*I convey my congratulations to successful students and all teachers, principals and other employees & officers who have put their best efforts to achieve the best result.*

*My Best wishes to all those students who still needs to do some more effort with this quote:* 
"The best revenge is massive success."-Frank Sinatra

Again best wishes to all. 

💐💐💐👏👏

Mr. Raj Kumar
Principal
KV Karnal

Friday, July 3, 2020

For IIT preparation

Students of class 11 or 12 who are interested in IIT preparation : 

The IIT-Professor Assisted Learning (PAL) video lectures for Class XI and Class XII can be accessed on You Tube through the links shown below. Many faculty members from various IITs have contributed to these lectures. Prof. Ravi Soni from the Dept. of Physics, IIT Delhi is the national coordinator and IIT Delhi has coordinated this entire effort with funds from MHRD. Over 600 hours of lectures in Physics, Chemistry, Maths and Biology are available for students. 

Please pass on the information to your friends/relatives and needy students.

Biology : Channel 19

Chemistry : Channel 20

Mathematics : Channel 21
Click here for Mathematics Classes

Physics : Channel 22

These videos can also be accessed on Doordarshan Freedish DTH. Complete list of videos is available at (Channel 19,20,21 and 22)


Students don't/may not need to attend tuitions
Please share this to all students..
Save their money

STUDY AT HOME App (one stop for e-learning)



*This app is created by Mr Vikas Gupta Principal Kendriya Vidyalaya ....*
*This app contains all types of links of videos, a contents digital library e Disha portal Sam Prabha DTH CSIR jigyasa fit India olabs experiment English speaking skilland other mediums at one roof name ,'Study at home'*

Wednesday, July 1, 2020

Online Teaching

Video links for easy online teaching
Click on link and learn how you can make your online teaching easy

How to prepare online Teaching Video






Google Meet Tutorial in hindi for Teachers and students

Google Meet Tutorial
Learn how to use Google Meet App

CBSE AND NCERT VIDEO LECTURES


*समस्त विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों* को सूचित किया जाता है कि दिनाँक *1 जूलाई' 2020 (बुधवार)* से *दूरदर्शन नेशनल (DD National)* चैनल पर *घर पर पढ़ाई और शिक्षा* के उद्देश्य से *शैक्षणिक कार्यक्रमों* का प्रसारण प्रतिदिन किया जायेगा, जिसका *टाइम टेबल* निम्नानुसार है 👇

👉 *10:00 am से 10:30 am - मीना की दुनिया एवं जीवन कौशल*

👉 *10:30 am से 11:00 am - प्राथमिक पाठशाला प्रसारण (कक्षा 1 से 5)*

👉 *11:00 am से 11:30 am - माध्यमिक शाला प्रसारण (कक्षा 6 से 8)*

👉 *11:30 am से 12:00 noon - कक्षा 9 व 11 हेतु प्रसारण*

👉 *12:00 noon से 01:00 pm - कक्षा 10 हेतु प्रसारण*

👉 *01:00 pm से 02:00 pm - कक्षा 12 हेतु प्रसारण*

*डीडी नेशनल* चैनल सभी प्रकार के ऐंटीना एवं केबल कनेक्शन पर मुफ्त उपलब्ध है, एवं मोबाइल पर भी इसे नीचे दी गई लिंक पर देखा जा सकता है 👇
NCERT And CBSE Lectures
https://www.youtube.com/channel/UClzdGJM79-5TQSE3q12ZaEA

*CBSE और NCERT के इस चैनल पर जाएं

Doordarsan Live Classes Videos
https://youtu.be/6MD6t-2zBXU
Class Xth Playlists
https://www.youtube.com/playlist?list=PLNM80HuW3bI1bXED84QQXkmdf6SKIvJlj
Class IXth Playlists
https://www.youtube.com/playlist?list=PLNM80HuW3bI2sS42N0GlDp6ebUu_M4h_x
*समस्त अभिभावक* अपने बच्चों को उनकी *कक्षानुसार समय* पर कृपया *मोबाइल अथवा टीवी* देखने की अनुमति प्रदान करें।

*जिसमे आपका सहयोग अपेक्षित है।* इसे और अभिभावकों को भी शेयर करें 
~ शिक्षा सचिव के आदेश से